देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को जलागम प्रबंधन निदेशालय, इन्द्रानगर में जलागम विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान राज्य की नदियों के पुनर्जीवीकरण की दिशा में महत्वपूर्ण निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक चरण में गढ़वाल मण्डल और कुमाऊं मण्डल की दो नदियों को चिन्हित कर, उनके पुनर्जीवीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाए।
मुख्यमंत्री ने वनाग्नि से संवेदनशील क्षेत्रों में छोटे जलाशयों के निर्माण और जन सहयोग से इनका संरक्षण करने पर बल दिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभिन्न परियोजनाओं के निर्माण के दौरान जल स्रोतों पर पड़ने वाले प्रभावों का गहन आंकलन किया जाए, और जिन जल स्रोतों पर प्रभाव पड़ सकता है, उनके पुनर्जीवीकरण की दिशा में ठोस कदम उठाए जाएं।
बैठक में मुख्यमंत्री ने जलागम द्वारा संचालित योजनाओं में वाइब्रेंट विलेज को प्राथमिकता देने और बाह्य सहायतित परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही, प्राकृतिक जल स्रोतों और वर्षा आधारित नदियों के पुनरोद्धार के लिए दीर्घकालिक योजनाएं बनाने की बात भी कही।
बैठक में जलागम प्रबंधन मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, और अन्य उच्च अधिकारी उपस्थित थे। सभी ने जल संसाधनों के सतत प्रबंधन और संरक्षण के लिए मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करने की प्रतिबद्धता जताई।