बीजिंग। चीन की एक कंपनी ने अपने कर्मचारी से लगातार 104 दिनों तक काम करवाया, जिसके कारण युवक की मौत हो गई। यह घटना चीन के झेझियांग प्रांत के जुशान शहर की है। अदालत ने परिवार की शिकायत पर कंपनी को भारी हर्जाना भरने का आदेश दिया है।
अबाओ नामक 30 वर्षीय युवक पेशे से पेंटर था और उसने जनवरी में एक प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू किया। यह प्रोजेक्ट फरवरी से मई तक चला और इस दौरान अबाओ को सिर्फ एक दिन, 6 अप्रैल को छुट्टी मिली। लगातार काम के दबाव के कारण, 25 मई को अबाओ की तबियत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने लंग इंफेक्शन का निदान किया और बताया कि उसके रेस्पाइरेटरी सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया है। इलाज के बावजूद अबाओ की मौत हो गई।अबाओ के परिवार ने इस घटना को लेकर कंपनी के खिलाफ अदालत में मामला दर्ज कराया। परिवार का आरोप था कि कंपनी ने उसकी मौत के लिए जिम्मेदार बनाया, क्योंकि उसने उसे अत्यधिक कामकाजी दबाव में रखा। हालांकि, सोशल सिक्योरिटी ऑफिसर ने अबाओ की मौत को काम से जुड़ी नहीं मानते हुए अन्य बीमारियों का कारण बताया, और कंपनी ने भी अपनी गलती मानने से इनकार कर दिया।
अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद कंपनी की 20 फीसदी गलती मानी और उसे पीड़ित परिवार को हर्जाना भरने का आदेश दिया। अदालत ने कहा कि कंपनी का कार्यकाल चीन के लेबर कानून का उल्लंघन है, जिसके तहत प्रतिदिन 8 घंटे और सप्ताह में 44 घंटे से अधिक काम कराना निषिद्ध है। इसके तहत, अदालत ने कंपनी को 4 लाख युआन (लगभग 47.19 लाख रुपये) का हर्जाना भरने का आदेश दिया, साथ ही 10 हजार युआन मानसिक प्रताड़ना के लिए भी दिए गए।
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