ढाका । बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिरता आने के बाद से हिंदुओं पर हमले तेज हुए हैं, इन घटनाओं के खिलाफ बांग्लादेश में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहा हैं। इन हमलों की निंदा करने वालों में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर अपनी चिंता जाहिर की।
बांग्लादेश में सैंकड़ों लोगों ने हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ रैली निकाली। इस दौरान अंतरिम सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानून बनाने की मांग की है। हिंदू नागरिक नेता चारु चंद्र दास ब्रह्मचारी ने कहा, “यह बेहद खेदजनक है कि सलाहकार परिषद अल्पसंख्यकों द्वारा झेली गई पीड़ा को स्वीकार नहीं करती है।
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम प्रशासन ने हिंदुओं के खिलाफ इन घटनाओं को मान्यता दी है और उनकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि कई हमले धार्मिक रूप से प्रेरित न होकर राजनीतिक रूप से प्रेरित थे। हालांकि, प्रदर्शनकारियों ने लगातार हमलों का संकेत देते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।
चटगांव में हाल ही में अल्पसंख्यक अधिकार प्रदर्शन में भाग लेने वाले 19 व्यक्तियों पर राजद्रोह का आरोप लगाया गया है। अधिकारियों ने इन पर आरोप लगाया है कि इन्होंने भगवा ध्वज, जो हिंदू धर्म का प्रतीक है, को बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज पर रखकर अपमान किया।
डोनाल्ड ट्रंप ने दिवाली की शुभकामनाएं देकर लिखा, मैं बांग्लादेश में हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं। उन्होंने कहा कि भीड़ उन पर हमला कर रही है, लूटपाट कर रही है, जो पूरी तरह से अराजकता की स्थिति है। ट्रंप ने कहा, मेरे कार्यकाल में ऐसा कभी नहीं हुआ होता। कमला और जो (जो बाइडेन) ने अमेरिका सहित पूरी दुनिया में हिंदुओं की अनदेखी की है।
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